जिन्दगी जीने के दौरान जो कुछ भाव जागे, कुछ प्रश्न उगे, कुछ कोमल कुछ कठोर उन्हें शब्दों में लिख दी। जमा हो कविता बन गये और अब आपके सामने है। अगर पसन्द आये पाठक को तो कोशिश मेरी सफल होगी।
माला सिंह का जन्म 1957 में आरा में हुआ और स्कूली शिक्षा वहीं से हुई । स्नातक की डिग्री उन्होंने मगध विश्वविद्यालय से ली। कम उम्र में हीं शादी और फिर मां का दायित्व निभाने में व्यस्त हो जाने के कारण वो अपने लेखन के शौक को दबाये रखी।